हक और हकदारी, उसमें भी खास तौर पर खाद्य सुरक्षा और काम का अधिकार शुभलक्ष्मी के बहुत ही करीबी मुद्दे थे. महिलाओं की गोलबंदी का काम उन्होंने बखूबी किया. सहजनी समिति निर्माण और मनरेगा में मेट महिला बहाल करने की दिशा में काम शुभलक्ष्मी की वजह से ही हो पाया। (2007 -2012)